मेघवाल ने साथ ही कहाकि उनकी प्राथमिकता रहेगी कि विधानसभा हंगामे के कारण स्थगित न हो। साथ ही सत्र के दौरान अधिक से अधिक विषयों को उठाया जाए इसके लिए भी प्रयास किए जाएंगे। इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ विधायक की प्रक्रिया को फिर से शुरू किया जाएगा।
प्रतिपक्ष के सदस्यों को आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि संख्या बल में कम होने के बावजूद उनके हितों की रक्षा की जाएगी। किसी भी विधायक एवं प्रतिपक्ष को कोई शिकायत नही रहेगी तथा सदन की व्यवस्था बनाये रखने में पूरा सहयोग देंगे। प्रतिपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी को भरोसा देते हुए कहा कि सदन में कम संख्या होने के बावजूद उन्हें पूरा संरक्षण मिलेगा तथा निष्पक्षता से कार्यवाही होगी।
उन्होंने सदन के सदस्यों से अध्ययन में रूचि रखने की सलाह देते हुए कहा कि सदन के पुस्तकालय का उपयोग करे। पक्ष और विपक्ष से बात कर नए सदस्यों को सदन की कार्यवाही से अवगत कराया जाएगा।