दूरदर्शन से निकाले जाने के बाद बीफ प्रोमोशन पर घिरी "इरा त्रिवेदी", बोली- माफ़ करो, दिल से हूँ हिन्दू

इरा त्रिवेदी Ira Trivedi

पिछले साल अक्टूबर में, मीटू अभियान के तहत इरा त्रिवेदी ने जाने-माने लेखक चेतन भगत पर जबरदस्ती चूमने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद उन्होंने सारे ईमेल सार्वजनिक कर दिए। इसमें इरा ने 'मिस यू किस यू' के मैसेज के साथ साइन ऑफ किया था। 

बीफ (गोमांस) का प्रचार करने के कारण सोशल मीडिया पर लगातार हो रहे विरोध के बाद इरा त्रिवेदी को दूरदर्शन ने योग वाले शो से हटा दिया है। इरा रोजाना सुबह दूरदर्शन पर ‘योगा विद इरा त्रिवेदी’ कार्यक्रम पेश करती थीं। अब उनकी जगह यामिनी मुथाना को इस शो की जिम्मेदारी दी गई है। इस घटना के बाद इरा त्रिवेदी ट्विटर पर स्पष्टीकरण देते हुए देखी जा रही हैं। 

दूरदर्शन पर ‘योगा विद इरा त्रिवेदी’ के नाम से शो चलाने वाली इरा त्रिवेदी ने गुरुवार (जुलाई 25, 2019) को ट्विटर पर लिखा कि "वो शुद्ध शाकाहारी हैं और हिंदू धर्म का सम्मान करती हैं। उन्होंने कहा कि वो सभी धर्मों और ग्रंथों का सम्मान करती हैं, लेकिन हिंदू धर्म उनके दिल में है।


इरा ने आगे लिखा कि "वो योग का अभ्यास करने वाले सभी लोगों के लिए शाकाहारी भोजन करने को कहती हैं और इसे बढ़ावा देती हैं। इरा का कहना है कि जो लोग उन्हें इंस्टाग्राम पर फॉलो करते हैं वो देख सकते हैं कि वो (इरा) शाकाहारी भोजन की कितनी वकालत करती हैं"। 


इस ट्वीट के बाद इरा का एक पुराना ट्वीट वायरल होने लगा, जिसमें उन्होंने हिन्दू धर्म की तुलना इस्लाम से करते हुए हिन्दू धर्म को पिछड़ा और इस्लाम के धर्मग्रंथ कुरान को प्रोग्रेसिव बताया था। दरअसल, यह सब तब शुरू हुआ जब सीएनएन न्यूज 18 के साथ उनका 2017 का इंटरव्यू सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वायरल वीडियो में, वह गोमांस (बीफ) को प्रोटीन का सबसे सस्ता स्रोत बताती हैं। इंटरव्यू में इरा त्रिवेदी बीफ पर प्रतिबंध की बात कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके अनुसार गोमांस कुपोषित लोगों के लिए प्रोटीन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। इसलिए गोमांस पर प्रतिबंध लगाना अनुचित होगा, विशेष तौर पर मुस्लिम समुदाय के लिए। 


कांग्रेसी संबंध
बता दें कि, इरा कॉन्ग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीसी शुक्ला की पोती हैं। वीसी शुक्ला इंदिरा गाँधी सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री थे। वे पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी और उनके बेटे संजय गाँधी के करीबी सहयोगी थे। अपने कार्यकाल के दौरान, वह प्रेस को मोहरा बनाने के लिए कुख्यात थे। वह ऐसे कॉन्ग्रेस नेता थे, जिन्होंने आकाशवाणी और दूरदर्शन पर किशोर कुमार के गानों पर प्रतिबंध लगा दिया था। 


इरा त्रिवेदी के इंटरव्यू पर प्रतिक्रिया देते हुए कई लोगों ने कहा कि वो तथ्यात्मक रूप से गलत बयान दे रही थी और साथ ही उन लोगों ने ये भी साबित करके दिखाया कि बीफ प्रोटीन का सबसे सस्ता स्रोत क्यों नहीं है। 


दरअसल, 19 जुलाई को दूरदर्शन ने एक ट्वीट किया था जिसमें लिखा था- “स्वस्थ और फिट रहने के लिए सुबह 6.30 बजे देखना नहीं भूलें, हमारी प्रस्तुति कार्यक्रम “योगा विद इरा त्रिवेदी” सिर्फ @DDNational पर।” 

वीडियो वायरल होने के बाद, इरा के पिछले ट्वीट्स के कई स्क्रीनशॉट भी काफी तेजी से शेयर होने लगा। जिसमें इरा हिन्दू धर्म की तुलना इस्लाम से करते हुए आधुनिक हिन्दू धर्म को पिछड़ा और इस्लाम के मजहबी ग्रंथ कुरान को प्रोग्रेसिव बताती हैं। वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट का जवाब देते हुए इरा ने कहा कि उनकी बातों को अलग तरीके से देखा जा रहा है। हालाँकि, ट्विटर यूजर इरा के जवाब और माफी से संतुष्ट नहीं हैं। 


इरा के हिन्दू-विरोधी बयानों को लेकर कई लोग काफी हैरत में पड़ गए। कुछ ने इरा को ‘हिंदूफोबिक’ कहा, तो कुछ ने दूरदर्शन से उनके एक कार्यक्रम के लिए होस्ट के रूप में चुनने को लेकर भी सवाल किया है। 


प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने इस मुद्दे पर ध्यान दिया और इसे दूरदर्शन के महानिदेशक को भेज दिया। 


डीडी के ही पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने भी इरा के होस्ट के रुप में चुनने को लेकर दूरदर्शन पर सवाल उठाया। इरा त्रिवेदी ने ट्वीट कर अशोक श्रीवास्तव से माफी माँगी है। 

गौरतलब है कि, पिछले साल अक्टूबर में, मीटू अभियान के तहत इरा त्रिवेदी ने जाने-माने लेखक चेतन भगत पर जबरदस्ती चूमने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद उन्होंने सारे ईमेल सार्वजनिक कर दिए। इसमें इरा ने ‘मिस यू किस यू’ के मैसेज के साथ साइन ऑफ किया था।

साभार: ऑप इंडिया डॉट कॉम



1 Comments

  1. यदि आप हिन्दू हैं तो वाल्मीकि रामायण अब तक कर्मों। नहीं पढ़ी? जीवन में एक बार जरुर पढें।

    ReplyDelete
Previous Post Next Post