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इमाम मोहम्मद तहीद |
कट्टर इस्लाम के खिलाफ अभियान चलाने वाले ऑस्ट्रेलिया के माने-जाने इमाम मोहम्मद ताहिदी भारत आना चाहते हैं। उन्होंने सोमवार को ट्वीट किया, 'क्या भारत में लोग मुझे जानते हैं, अगर मेरा यह ट्वीट जनवरी से पहले 10 हजार बार रीट्वीट हो गया तो मैं 2018 में भारत आऊंगा।' इसके बाद उन्होंने दूसरा ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा, 'अगर मैं भारत आया तो वहां के कट्टरवादी मुल्लाओं को इमर्जेंसी छुट्टी पर मक्का जाना पड़ जाएगा।'
ऑस्ट्रेलिया में इमाम ताहिदी फाउंडेशन के प्रमुख ताहिदी दुनियाभर में इस्लाम पर उपदेश देने जाते रहते हैं। वह अपने बयानों की वजह से ज्यादातर मुस्लिम इमामों के निशाने पर रहते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि दुनिया में जब भी कहीं आतंकी हमला होता है, तो वह सभी इमामों को इसके लिए कोसते हैं। ब्रसल्स (बेल्जियम) में हुए ब्लास्ट के बाद उन्होंने इमामों से जिहाद पर उपदेश देना बंद करने की अपील की। साथ ही मुस्लिम कट्टर संगठनों द्वारा किए जाने वाले हमलों की निंदा करने को कहा।
Dear Indian friends. Do I have an audience in India? 🇮🇳— Imam Tawhidi (@Imamofpeace) December 25, 2017
If I get 10K retweets before January I’ll come to India in 2018.
Imam Twahidi ji, you'll be the first and last Imam who'll be gracefully welcomed in India, for you're a truly knowledgeable person with the right kind of thinking that the Indian and Muslim society needs at this point of time! You are welcome to India! 🇮🇳— Rahul M Dinesh 🇮🇳 (@rahulmdinesh) December 25, 2017
ताहिदी मुस्लिम महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले हिजाब की आलोचना भी कर चुके हैं। उनके इस बयान के बाद पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में उन पर हमला हुआ था। 2 मुस्लिम युवकों ने उनकी कार का दरवाजा खोलकर उन्हें कई घूंसे मारे। इसके बाद ताहिदी ने बयान दिया कि ऑस्ट्रेलिया धार्मिक कट्टरवादियों का स्वर्ग बनता जा रहा है।
ताहिदी वैश्विक मंचों पर शरिया कानून अपनाने वाले मुस्लिम देशों की आलोचना करते हैं। खासतौर पर इंडोनेशिया में प्रेम करने वाले गैर-शादी-शुदा जोड़ों को खुलेआम कोड़े मारे जाने की परंपरा का उन्होंने विरोध किया।
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