सुगंध से आपना मस्तिष्क बदलता है, सोच बदलती और सोच से भविष्य बदल जाता है। सुगंध आपके विचार की क्षमता पर असर डालती है। यह आपकी भावनाओं को बदलने की क्षमता रखती है। मनुष्य का मन चलता है शरीर के चक्रों से। इन चक्रों पर रंग, सुगंध और शब्द (मंत्र) का गहरा असर होता है। यदि मन की अलग-अलग अवस्थाओं के हिसाब से सुगंध का प्रयोग किया जाए तो तमाम मानसिक समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
सुगंध के लाभ:
सुगंध के चमत्कार से प्राचीनकाल के लोग परिचित थे, तभी तो वे घर और मंदिर आदि जगहों पर सुगंध का विस्तार करते थे। यज्ञ करने से भी सुगंधित वातावरण निर्मित होता है। सुगंध के सही प्रयोग से एकाग्रता बढ़ाई जा सकती है। सुगंध से स्नायु तंत्र और डिप्रेशन जैसी बीमारियों को दूर किया जा सकता है। जानिए सुगंध का सही प्रयोग कैसे करें और साथ ही जानिए सुगंध का जीवन में महत्व।
सिर्फ तीन सुगंध मिट जाएगा संताप
यदि आप मानसिक तनाव में रहते हैं। घर में खुशियां नहीं हैं या किसी प्रकार का संताप रहता है, तो मात्र तीन प्रकार की सुगंध आपका जीवन बद देगी। आजमाकर देंखे। कमाल हो जाएगा। हिंदू धर्मानुसार सुगंध से आपका मस्तिष्क बदलता है, सोच बदलती है और सोच से भविष्य बदल जाता है। सुगंध आपके विचार और भावनाओं को बदलने की क्षमता रखती है। घर में प्रतिदिन सुगंध फैलाएं। सिर्फ तीन सुगंध से बदलेगा भविष्य।
1- चंदन
चंदन के कई प्रकार हैं:- हरि चंदन, गोपी चंदन, सफेद चंदन, लाल चंदन, गोमती और गोकुल चंदन। जिस स्थान पर प्रतिदिन चंदन घीसा जाता है वहां का वातावरण हमेशा शुद्ध और पवित्र बना रहता है।
2. गुड़-घी की सुगंध
इसे धूप या अग्निहोत्र सुगंध भी कह सकते हैं। गुड़ और घी मिलाकर उसे कंडे पर जलाएं। इसकी सुगंध से मानसिक संताप मिट जाएंगे। आप चाहें तो इसमें थोड़ा-सा गुग्गुल भी डाल सकते हैं। इसके साथ अलग से कर्पूर भी जलाया जा सकता है। गुड़, घी, कर्पूर और गुग्गल को मिक्स करने एक कंडे पर जलाएं। इस मिश्रण में कर्पूर की मात्र कम ही रखें।
3. रात-रानी
एक टब पानी में इसके 15-20 फूलों के गुच्छे डाल दें। इसे घर में कहीं भी उचित स्थान पर रख दें या घर के बाहर रात-रानी का एक पौधा लगा दें। रात-रानी की सुगंध आपको चमत्कारिक रूप से मानसिक शांति देगी और कई तरह के रोग भी मिटा देगी।
उपरोक्त तीन तरह की सुगंध का उपयोग करते रहने से जीवन के सारे संताप मिट जाएंगे और शांति एवं खुशी पाएंगे। उक्त सुगंधों का कुछ दिनों के अंतराल में समय-समय पर उपयोग करते रहने से जहां आपका दिमाग शांत हो जाएगा वहीं खुशियों का द्वार भी खुल जाएगा। जहां शांति और प्रसन्नता रहती है वहीं लक्ष्मी का आगमन होता है। शांति और खुशी से रहने वाले परिवार के बीच रोग और शोक कभी नहीं रहता।
उपसंहार :
हिन्दू धर्म में सुगंध या खुशबू का बहुत महत्व माना गया है। वह इसलिए कि सात्विक अन्न से शरीर पुष्ट होता है तो सुगंध से सूक्ष्म शरीर। यह शरीर पंच कोष वाला है। जड़, प्राण, मन, विज्ञान और आनंद। सुगंध से प्राण और मनोमय कोष पुष्ट होता है। इसलिए जिस व्यक्ति के जीवन में सुगंध नहीं उसके जीवन में शांति भी नहीं। शांति नहीं तो सुख और समृद्धि भी नहीं।
सावधानी:
ध्यान रहे कि परंपरागत सुगंध को छोड़कर अन्य किसी रासायनिक तरीके से विकसित हुई सुगंध आपकी सेहत और घर के वातावरण को नुकसान पहुंचा सकती है। बहुत से लोग घर में मच्छर मारने की दवा छिड़कते हैं या कोई बाजारू प्रॉडक्ट जलाते हैं। यह एक ओर जहां आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है, वहीं यह आपके घर के वातावरण को बिगाड़कर वास्तुदोष निर्मित भी कर सकता है। हालांकि मच्छरदानी इसका अच्छा विकल्प हो सकता है।
स्रोत: सौरभ मालवीय जी के फेसबुक “दीवार” से।
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