हार्दिक पटेल का नाम पिछले २ सालो में काफी सुनने में आया है, एकदम से ही उन्हें पाटीदारो के नेता के रूप में प्रोजेक्ट किया गया गुजरात में। लाखो लोगो का समर्थन भी उसको मिला, लेकिन धीरे-धीरे वो समर्थन गायब सा हो गया। लेकिन फिर भी उसकी भूमिका गुजरात चुनाव में महत्वपूर्ण है।
हार्दिक पटेल वही हैं जो पाटीदार आंदोलन की आड़ में पटेलों को बरगला कर उनका समर्थन लेकर उसकी सौदेबाजी करना चाह रहे थे। हार्दिक पटेल खुद करोड़पति बन चुके हैं लेकिन दिखावा करने के लिए खुद को आंदोलनकारी बताते हैं। हार्दिक पटेल जो कि आरक्षण का राग अलाप रहे थे और गुजरात में जातिवाद का ज़हर घोलने में कोई कमी नहीं रख रहे थे, उन्होंने आरक्षण-आरक्षण करते-करते स्वयं का ऐसा विकास कर लिया है कि आप चौंक जाएंगे।
राहुल गांधी से गुपचुप मुलाकात
बता दें कि हाल ही में हार्दिक पटेल ने अहमदाबाद में राहुल गांधी से होटल में मुलाकात की। उनकी यह मुलकात बेहद ही गगपचुप रही। जब लोगों की नज़र उन पर पड़ी तो वह मुंह छुपाने लगे। अगर वह सही हैं तो मुंह छुपाने की क्या ज़रुरत पड़ गयी? वह सीसीटीवी में कैद हो गया था। होटल रूम से निकलते हुए हार्दिक के साथ दो बड़े बैग थे।
हार्दिक पटेल के पास इतनी प्रॉपर्टी कहा से आई ?
बता दें कि हाल ही में हार्दिक पटेल ने अहमदाबाद में राहुल गांधी से होटल में मुलाकात की। उनकी यह मुलकात बेहद ही गगपचुप रही। जब लोगों की नज़र उन पर पड़ी तो वह मुंह छुपाने लगे। अगर वह सही हैं तो मुंह छुपाने की क्या ज़रुरत पड़ गयी? वह सीसीटीवी में कैद हो गया था। होटल रूम से निकलते हुए हार्दिक के साथ दो बड़े बैग थे।
हार्दिक पटेल के पास इतनी प्रॉपर्टी कहा से आई ?
अब हार्दिक पटेल के बारे में एक और चौंका देने वाली खबर सामने आई है। दो साल पहले पाटीदारों के लिए अगुवाई कर चुके हार्दिक पटेल रातोरात स्टार बन चुके थे। उनके साथ गुजरात की मानों पूरी जनता थी। लेकिन अब एक चीज़ जो चुपचाप बहुत तेज़ी से बड़ी है, वह है हार्दिक की प्रॉपर्टी। आंदोलन की आड़ में हार्दिक करोड़ों की संपत्ति के मालिक हो गए हैं और उनके पास गाड़ियां और अन्य मूलयवान वस्तुएं भी काफी मात्रा में आ गयी हैं।
हार्दिक पटेल ज्यादा पढ़े लिखे भी नहीं है, और इस आंदोलन से पहले उनके किसी नौकरी या धंधे करने का भी कोई सबूत नहीं है, लेकिन आरक्षण का राग अलाप-अलाप के उसने सबको बेवकूफ बनाकर गज़ब का विकास किया है। चौकानेवाले तथ्य यह हैं कि पहले हार्दिक के पास एक छोटा सा घर हुआ करता था। लेकिन अब हार्दिक के पास एक 3 मंजिला आलिशान बंगला है, जिसकी तस्वीर आप देख सकते हैं।
इतना ही नहीं आरक्षण की मांग करनेवाले और बेरोजगार हार्दिक के पास 35 लाख की टोयोटा फॉरच्युनर गाड़ी भी है। इसके अलावा भी और गाड़ियां उनके पास पिछले २ साल में आ गयी हैं। अब सवाल यह उठता है कि एक बेरोजगार लड़के के पास एक दम से इतना पैसा कहाँ से आया? पिछले २ साल में उसने आंदोलन के अलावा कुछ किया भी नहीं, फिर इस पैसे का स्त्रोत क्या हो सकता है?
यह खुलासा हार्दिक पटेल के पूर्व साथी रह चुके चिराग पटेल और केतन पटेल ने किया है। उन्होंने तो हार्दिक के ऊपर ठगी का आरोप भी लगाया है। चिराग और केतन की मानें तो हार्दिक ने आंदोलन की आड़ में खूब पैसा कमाया है और पाटीदारों को धोखा दिया है। उन्होंने बताया कि एक लड़का जिसकी उम्र महज़ 23 साल है, एक साल पहले तक उसके पास कुछ नहीं था और आर्थिक स्थिति बहुत ख़राब थी। लेकिन उसने एक साल ही में करोड़ों की संपत्ति कमा ली है और आज वह करोड़ों का मालिक है। भला यह कैसे संभव है!
इस बात में दम तो लगता है, क्यॊं की ऐसा ही घोटाला अरविन्द केजरीवाल ने अन्ना आंदोलन के दौरान भी किया था जिसके आरोप स्वयं अन्ना हजारे ने लगाए थे। इसके अलावा कांग्रेस से हार्दिक पटेल के नजदीकी रिश्ते भी काफी कुछ कहते हैं। यह भी संभव है कि कांग्रेस ने ही हार्दिक पटेल को पाटीदारो को तोड़ने के लिए खड़ा किया हो, और उसको खुश रखने के लिए मोटा पैसा दिया हो।
यह राजनीती है, इसमें सब कुछ संभव है।
यह राजनीती है, इसमें सब कुछ संभव है।