सर्प पीछा छोड़ता ही नही है

नाग का बदला... 

जैसी बातें हम फिल्मों में और काल्पनिक जगत में काफी पढ़-सुन चुके हैं, लेकिन सांपों से पीड़ित एक युवक इतना दहशत में है कि उसका कहना है कि सांप न जाने उससे किस जन्म का बदला ले रहे हैं।

यहां के एक युवक की नींद सांपों ने उड़ा रखी हैं। सपनों में दिखाई देने के साथ ही सांप अब उसकी असल जिंदगी में भी परेशान करने लगे हैं। यह अलग बात है कि दो साल में चार बार सांप के डंसने के बाद भी वह बच गया। गुरुवार को चौथी बार इस युवक को सांप के डंसने के बाद खंडवा के जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।

ग्राम आवल्या निवासी अनारसिंग पिता बिहारी (22) को सांप ने परेशान कर रखा है। गांव में रहते हुए अनारसिंग को दो बार सांप ने डंस लिया। जैसे-तैसे उसकी जान बच पाई। इन घटनाओं के चलते मारे डर के अनार ने गांव छोड़ दिया और छैगावंमाखन में आकर रहने लगा।

अनार यहां एक पोल्ट्री फॉर्म पर काम करने लगा। यहां भी उसे सांप के सपने आते रहे और पिछले तीन माह में उसे दो बार सांप ने डंस लिया। 28 अक्टूबर को दोपहर में पोल्ट्री फॉर्म पर काम करते समय उसे सांप ने डंस लिया था। इसके बाद उसे खंडवा जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। यहां उसे 20 स्नैक एंटीबाइट के इंजेक्शन लगने के बाद उसकी जान बची।

इस घटना को तीन माह ही बीते थे कि गुरुवार शाम उसे फिर से पोल्ट्री फॉर्म पर सांप ने पैर में डंस लिया। इसके बाद ताबड़तोड़ उसे जिला अस्पताल में भर्ती
कराया।

अनारसिंग ने बताया कि करीब दो वर्ष पहले उसकी एक बहन की मौत भी सर्पदंश से हो गई थी। इसके बाद से उसे सपने में सांप दिखाई देने लगे। उसे दो वर्ष में चार बार सांप डंस चुका है। बाबाओं के पास भी गया, लेकिन सांपों से निजात नहीं मिल रही है। युवक के परिजन का यह भी कहना है कि अनारसिंग को चारों बार अमावस्या पर ही सांप ने डंसा है। गुरुवार को भी अमावस्या थी।

इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. ओपी जुगतावत ने कहा कि युवक को भर्ती किया गया है। सर्पदंश के बाद समय पर उपचार मिलने पर जान बच जाती है। कई सांप तो जहरीले भी नहीं होते।

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