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दलाही कुण्ड |
इन्ही रहस्यों में देश के कई हिस्सों में ऐसे बहुत से पानी के कुंड हैं जो अपने अजीबों-गरीब मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध हैं। कोई कुंड अपने अमृत जैसे पानी के लिए प्रसिद्ध है तो किसी को पानी श्रापित है और कोई तो भविष्य की कल्पनाओं के लिए माने जाते हैं।
ताली बजाने से पानी आता है बाहर
ऐसे में झारखंड के बोकारो का एक पानी का कुंड भी अपने चमत्कारों के लिए लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। बताया जाता है कि इस चमत्कारी कुंड के सामने खड़े होकर ताली बजाने से पानी अपने आप बाहर निकल आता है। यही नहीं इस कुंड का पानी इतना गर्म है कि लगता है जैसे पानी उबालकर रखा हो।
मौसम के अनुसार पानी
कई लोगों का तो ये भी कहना है कि इस कुंड में से मौसम के अनुसार पानी निकलता है। यानि की कुंड से गर्मियों में ठंडा पानी और सर्दियों में गर्म पानी निकलता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस पानी से नहाने से त्वचा के रोग भी ठीक हो जाते हैं।
मन्नतें होती हैं पूरी
साथ ही लोगों की मान्यता है है कि इस पानी में जो कोई भी मन्नत मांगता है उसकी सारी मन्नतें पूरी हो जाती हैं। इस अनोखे कुंड में नहाने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं और अपनी मन्नतें पूरी करते हैं।
बोकारो से करीब 27 किमी. दूर है ये कुंड
इस कुंड को दलाही कुंड के नाम से जाना जाता है जो बोकारो से करीब 27 किमी. दूर है। इस कुंड का पानी जमुई नामक नाले से होकर गंगा नदी में जाता है। इस कुंड के पास एक प्रसिद्ध मंदिर भी है जहां लोग पूजा-पाठ करने दूर-दूर से आते है।
इस कुंड में पानी इतनी तेजी से निकलता है कि मानो बर्तन में पानी उबल रहा है। इतना ही नहीं, इस कुंड की खासियत है यहां सर्दी में गर्म और गर्मी में ठंडा पानी निकलता है। बोकारो सिटी से 27 किलोमीटर दूर इस अनोखे कुंड में नहाने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इस कुंड पर कई वैज्ञानिकों ने रिसर्च किया कि आखिर यहां पानी आता कहां से है, लेकिन आज तक इसके रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया। लोगों का मानना है कि पानी में जो कोई भी मन्नत मागता है, उसकी सारी मन्नत पूरी हो जाती हैं। इसमें एक बार नहा लेने से कभी भी कोई भी चर्म रोग नहीं होता है। इस कुंड को दलाही कुंड के नाम से जाना जाता है। इस कुंड से निकलने वाला पानी जमुई नामक नाले से होता हुआ गर्गा नदी में जाता है। ये कुंड कांक्रीट की दीवारों से घिरा हुआ है। इस जलाशय का पानी एकदम साफ है और ये औषधीय गुण से भरा हुआ है। कुंड के निकट दलाही गोसाई का देव स्थान है। यहां हर रविवार को श्रद्धालु पूजा-पाठ के लिए आते हैं।