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इस हिंसा को लेकर एंकर श्वेता सिंह ने गहरा दुख जताया है। (Photo Source: Facebook@SwetaSingAT) |
गणतंत्र दिवस यानि 26 जनवरी के मौके पर जहां सारा देश जश्न मना रहा था वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में तिरंगा यात्रा को लेकर साम्प्रदायिक हिंसा भड़क गई थी, जिसमें एक युवक की जान चली गई। कासगंज इलाके में हुई यह हिंसा केवल तिरंगा यात्रा के लिए रास्ता न देने के लिए हुई थी क्योंकि दूसरे समुदाय के लोग उस समय तिरंगा फहराने का कार्यक्रम कर रहे थे। सड़कों पर कुर्सियां बिछाई गई थीं, इसलिए तिरंगा यात्रा को दूसरे पक्ष के लोग निकले का रास्ता नहीं दे पाए। लोगों के चेहरे पर 69वां गणतंत्र दिवस मनाने की खुशी थी लेकिन यह खुशी यूं मातम में बदल जाएगी इसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।
इस हिंसा की कड़ी आलोचना की जा रही है
दो दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक हिंसा जारी है। आज यानि रविवार सुबह-सुबह प्रदर्शनकारियों ने दुकानों को आग लगा दी। इस हिंसा को लेकर आजतक की एंकर श्वेता सिंह ने गहरा दुख जताया है। श्वेता सिंह ने लिखा “जिस गली से गुजरते हुए ‘भारत माता की जय’ साम्प्रदायिक हो जाता है। जिस मोहल्ले में तिरंगा अवैध माना जाता है। जहां एक नौजवान को इसलिए गोली मारी जाती है कि वो गणतंत्र दिवस मना रहा था। वो जगह हिंदुस्तान का हिस्सा कैसे हो सकता है।” श्वेता के इस ट्वीट पर कई लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
जिस गली से गुज़रते हुए 'भारत माता की जय' सांप्रदायिक हो जाता है। जिस मुहल्ले में तिरंगा अवैध माना जाता है। जहां एक नौजवान को इसलिए गोली मारी जाती है कि वो गणतंत्र दिवस मना रहा था। वो जगह आज़ाद हिंदुस्तान का हिस्सा कैसे हो सकता है! #Kasganj— Sweta Singh (@SwetaSinghAT) January 27, 2018
एक ने लिखा “मरने वाला भी हिंदुस्तानी था और मारने वाला भी। दोनों में केवल अंतर इतना था कि एक हिंदुस्तान के समर्थन में नारे लगा रहा था तो दूसरा पाक के समर्थन में।”
एक ने लिखा “देखना बाकी है कि कासगंज में चंदन की शाहदत का बढ़ाकर मोल लगाएगी सरकार और मुआवता देकर पटाक्षेप करेगी या ऐसी कार्यवाही करेगी जो नजीर बने।”
एक ने लिखा “देश में आत्महत्या करने की कोई जरूरत नहीं है, तिरंगा फहराओ मौत खुद-ब-खुद गले लगा लेगी।”
एक ने लिखा “जो देश का कानून ना माने, संविधान ना माने, पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे Iलगाए, तिरंगा को हाथ में लिए एक लड़के को मार डाले, उसके बाद कोर्ट में भी कोई उसका बचाव करे तो मान लीजिए देश बचा नहीं बिक चुका है।”
इसी तरह कई लोगों ने बहुत ही भावुक होकर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं।
मरने वाला भी हिंदुस्तानी था और मारने वाला भी! दोनों में अंतर केवल इतना था की एक हिंदुस्तान के समर्थन में नारे लगा रहा था दूसरा पाक के समर्थन में। #kasganj— शनि मिश्रा (@mishra_shani) January 27, 2018
देखना बाकी है कि,,— ⛹ Manu Gurjar 🇮🇳 (@LandLord_Gurjar) January 27, 2018
कासगंज में चंदन की शहादत का बढ़ाकर मोल लगाएगी सरकार और मुआवजा देकर पटाक्षेप करेगी या ऐसी कार्यवाही करेगी जो नजीर बने#Kasganj #Justice4Chandan@sardanarohit
देश मे आत्महत्या करने की कोई जरूरत नही है,— ⛹ Manu Gurjar 🇮🇳 (@LandLord_Gurjar) January 27, 2018
तिरंगा फहराओ मौत खुद-ब-खुद गले लगा लेगी..#Kasganj#TaalThokKe #JusticeForChandan#Justice4Chandan@RubikaLiyaquat
जो देश का कानून ना माने ,संविधान ना माने,पाक्सितान ज़िंदाबाद के नारे लगाए,तिरंगा को हाथ में लिए एक लड़के को मार डाले उसके बाद कोर्ट में भी उसका कोई बचाव करे तो मान लीजिये देश बचा नहीं बिक चूका है|| #Kasganj— Abhishek Shrivastava (@AbhishekShri91) January 27, 2018