राजीव गांधी स्वीडिश कंपनी के दलाल थे


विकीलिक्स ने किया बड़ा खुलासा: पूर्व पीएम राजीव गांधी स्वीडिश कंपनी के मिडलमैन थे। 



खोजी वेबसाइट विकीलिक्स ने नया धमाका किया है.विकिलीक्‍स ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस के बारे में सनसन खेज खुलासे किए हैं। वेबसाइट का दावा है कि राजीव गांधी स्‍वीडन की एक कंपनी के लिए काम कर रहे थे। विकिलीक्‍स के ये खुलासे अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' में प्रकाशित हुए हैं। इसके मुताबिक प्रधानमंत्री बनने से पहले राजीव गांधी ने फाइटर जेट खीरदने के लिए स्वीडन की कंपनी की पैरवी की थी.

70 के दशक में स्वीडिश कंपनी साब स्कैनिया ने विगेन फाइटर एयरक्राफ्ट भारत को बेचने की कोशिश की थी. लेकिन इस रेस में ब्रिटिश कंपनी SEPECAT जगुआर ने बाजी मार ली। साब ने अमेरिका के दबाव में अपने कदम पीछे खींच लिए थे। 

केबल के मुताबिक राजीव गांधी इस सौदे में मुख्य भूमिका अदा कर रहे थे और डील होने के लिए पारिवारिक संपर्कों को निर्णायक बताया गया. पारिवारिक संपर्क से आशय गांधी परिवार से है.
विकिलीक्‍स ने पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस के बारे में भी एक खुलासा किया है कि उन्‍होंने आपातकाल के दौरान अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए और फ्रांस की सरकार से आर्थिक मदद मांगी थी। समाजवादी पृष्‍ठभूमि वाले जॉर्ज को मजदूरों का बड़ा नेता माना जाता है जो पूंजीवाद और साम्राज्‍यवाद के खिलाफ रहे थे। जॉर्ज उस वक्‍त रेलवे यूनियन के नेता हुआ करते थे और इमरजेंसी के दौरान वह अंडरग्राउंड हो गए थे।

स्वीडन की ही कंपनी बोफोर्स से तौप सौदे में दलाली के मुद्दे पर राजीव गांधी की अगुआई में कांग्रेस पार्टी 1989 का आम चुनाव बुरी तरह हार गई थी.

इस खुलासे के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गांधी परिवार से स्पष्टीकरण मांगा है.

बीजेपी के प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने पत्रकारों से कहा, "हर बार डिफेंस डील में स्वीडन, इटली का नाम आता है. ऐसा क्यों है. गांधी परिवार का ही नाम इनमें क्यों आता है. देश के सामने उन्हें स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए."

गुप्त अमेरिकी दस्तावेजों का लंबे समय से खुलासा कर रही वेबसाइट विकिलीक्स ने इससे पहले कई देशों के नेताओं, सरकारों और बड़ी हस्तियों की नींदें उड़ा दी थीं। विकिलीक्‍स ने बीएसपी सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के बारे में कहा था कि उन्‍होंने अपने सैंडल खरीदने के लिए विशेष विमान मुंबई भेजे थे। वहीं, एक अन्य केबल में सतीश चंद्र मिश्रा के हवाले से कहा गया था कि वह मानते हैं कि मायावती भ्रष्ट हैं। इन खुलासों पर भड़कीं मायावती ने विकिलीक्‍स के संस्‍थापक जूलियन अंसाज को पागलखाने भेजने की सलाह दे डाली थी।
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