श्री नरेन्द्र मोदी : एक संक्षिप्त परिचय [ Narendra Modi ]

दोस्तों  आज ( १७ सितम्बर को ) " विकास पुरुष श्री नरेन्द्र मोदी जी " का जन्मदिन है ! तो सर्व प्रथम हम सभी प्रशंसको कि तरफ से "श्री नरेन्द्र मोदी को जन्मदिन की हार्दिक वधाई !"
आज  हम " श्री नरेन्द्र मोदी जी " के बारे में " एक संक्षिप्त परिचय नाम " से पोस्ट कर रहा हू | आशा है कि आप लोग भी इस पोस्ट जानकारी प्राप्त करेंगे !

नरेन्द्र दामोदरदास मोदी 
 (जन्म "17 सितंबर 1950"),भारतीय जनता पार्टी के प्रसिद्ध नेता और वर्तमान में गुजरात के मुख्यमंत्री हैं। 'केशुभाई पटेल' के इस्तीफे के बाद नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने। नरेंद्र मोदी गुजरात के सबसे ज़्यादा लंबे समय तक राज करने वाले मुख्यमंत्री हैं। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के अनुसार गुजरात में 'भारतीय जनता पार्टी' के वर्चस्व की मूल वजह वही हैं। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने दिसम्बरमें विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत हासिल किया।
जीवन परिचय
नरेंद्र मोदी को अपने बाल्यकाल से कई तरह की विषमताओं एवं विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ा है किन्तु अपने उदात्त चरित्रबल एवं साहस से उन्होंने तमाम अवरोधों को अवसर में बदल दिया, विशेषकर जब उन्‍होने उच्च शिक्षा हेतु कॉलेज तथा विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया। उन दिनों वे कठोर संद्यर्ष एवं दारुण मन:ताप से घिरे थे, परन्तु् अपने जीवन- समर को उन्होंने सदैव एक योद्धा-सिपाही की तरह लड़ा है। आगे क़दम बढ़ाने के बाद वे कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखते, साथ-साथ पराजय उन्हें स्वीकार्य नहीं है। अपने व्‍यक्‍तित्‍व की इन्‍हीं विशेषताओं के चलते उन्होंने राजनीति शास्त्र विषय के साथ अपनी एम.ए की पढ़ाई पूरी की। 
राजनीतिक जीवन 
1984 में देश के प्रसिद्ध सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन,"राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ" राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर.एस.एस) के स्वयं सेवक के रूप में उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत की। यहीं उन्हें निस्वार्थता, सामाजिक दायित्वबोध, समर्पण और देशभक्‍ति के विचारों को आत्म सात करने का अवसर मिला। अपने संघ कार्य के दौरान नरेंद्र मोदी ने कई मौकों पर महत्त्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। फिर चाहे वह 1974 में भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ चलाया गया आंदोलन हो, या 19 महीने (जून 1975 से जनवरी 1977) चला अत्यंत प्रताडि़त करने वाला 'आपात काल' हो।
भाजपा में प्रवेश
 भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) में प्रवेश कर उन्होंने राजनीति की मुख्यधारा में क़दम रखा। सिर्फ़ एक साल के भीतर ही उनको गुजरात इकाई के प्रदेश महामंत्री (जनरल सेक्रेटरी) के रूप में पदोन्नत कर दिया गया। तब तक उन्होंने एक अत्यंत ही कार्यक्षम व्यवस्थापक के रूप में प्रतिष्ठा हासिल कर ली थी। पार्टी को संगठित कर उसमें नई शक्ति का संचार करने का चुनौतीपूर्ण काम भी उन्होंने स्वीकार कर लिया। इस दौरान पार्टी को राजनीतिक गति प्राप्त होती गई और अप्रैल,1990 में केन्द्र में साझा सरकार का गठन हुआ। हालांकि यह गठबंधन कुछ ही महीनो तक चला, लेकिन 1995 में भाजपा अपने ही बलबूते पर गुजरात में दो तिहाई बहुमत हासिल कर सत्ता में आई।
व्यक्तित्व
 नरेन्द्र मोदी की छवि एक कठोर प्रशासक और कड़े अनुशासन के आग्रही की मानी जाती है, लेकिन साथ ही अपने भीतर वे मृदुता एवं सामर्थ्य की अपार क्षमता भी संजोये हुए हैं। नरेन्द्र मोदी को शिक्षा-व्यवस्था में पूरा विश्वास है। एक ऐसी शिक्षा-व्यवस्था जो मनुष्य के आंतरिक विकास और उन्नति का माध्यम बने एवं समाज को अँधेरे, मायूसी और ग़रीबी के विषचक्र से मुक्ति दिलाये। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नरेन्द्र मोदी की गहरी दिलचस्पी है। उन्होंने गुजरात कोई-गवर्न्ड राज्य बना दिया है और प्रौद्योगिकी के कई नवोन्मेषी प्रयोग सुनिश्चित किये हैं। ‘स्वागत ऑनलाइन’ और ‘टेलि फरियाद’ जैसे नवीनतम प्रयासों से ई-पारदर्शिता आई है, जिसमें आम नागरिक सीधा प्रशासन के उच्चतम कार्यालय का संपर्क कर सकता है। जनशक्ति में अखण्ड विश्वास रखने वाले नरेन्द्र मोदी ने बखूबी क़रीब पाँच लाख कर्मचारियों की मज़बूत टीम की रचना की है। नरेन्द्र मोदी यथार्थवादी होने के साथ ही आदर्शवादी भी हैं। उनमें आशावाद कूटकूट कर भरा है। उनकी हमेशा एक उदात्त धारणा रही है कि असफलता नहीं, बल्कि उदेश्य का अनुदात्त होना अपराध है। वे मानते हैं कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता के लिए स्पष्ट दृष्टि, उद्देश्य या लक्ष्य का परिज्ञान और कठोर अध्यवसाय अत्यंत ही आवश्यक गुण हैं।
गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उत्कृष्ट कार्यकाल के दौरान, श्री नरेन्द्र मोदी को, पिछले एक दशक में गुजरात में जो शानदार विकास कार्य हुए है उनके लिए, विभिन्न पुरस्कार मिले हैंश्री मोदीजी को खुद को मिले विभिन्न पुरस्कारों के अलावा प्रेरणात्मक नेतृत्व के परिणामस्वरूप गुजरात सरकार के विभिन्न विभाग भी उनकी किसी भी योजना या कार्यक्रम में सफल हुए हैं लिहाजा उन्होंने खुद भी कई पुरस्कार प्राप्त किये हैं। 
 यह बहुत खुशी की बात है कि लगातार पांच साल के लिए, जनमत सर्वेक्षण दर्शाता है कि श्री मोदीजी की लोकप्रियता जितनी गुजरात के अंदर है उतनी ही गुजरात के बाहर भी है। जिन लोगों ने मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को गुजरात के विकास के लिए अथक रूप से काम करते हुए देखा है, वे जानते हैं कि कैसे उन्होंने कड़ी मेहनत से ‘सबका साथ, सबका विकास’ मंत्र के साथ सम्मिलित विकास का एजेंडा निर्धारित किया है। श्री मोदीजी के काम ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का भी ध्यान खींचा है। 
वर्ष २०१२ की शुरुआत में, वे‘भारतीय कारोबार की संस्थापना में उत्कृष्ट योगदान’के लिए सीएनबीसी टीवी-१८ पुरस्कार से सम्मानित किये गए थे। वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन, गुजरात में आर्थिक वातावरण और गुजरात में रिकॉर्ड निवेश की सफलता श्री नरेन्द्र मोदी को ऐसे पुरस्कारों के लिए सबसे उचित सार्वजनिक व्यक्ति के रूप में सिद्ध करती है। नवम्बर २०११ में,कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया ने ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें पुरस्कार और ‘ई-रत्न’ खिताब द्वारा सम्मानित किया था।मुख्यमंत्री कार्यालय ने अपनी इन्फोर्मेशन ऍन्ड कम्युनिकेशन टॅक्नोलॉजी (आई.सी.टी.) आधारित पहल के लिए सी.एस.आई. निहिलेंट ई-गवर्नेन्स अवार्ड्स २०११ में ‘अवार्ड ऑफ एक्सी लेंस – डिपार्टमेंटल लेवल’ जीता। इसके अतिरिक्त, पिछले साल के अंत में मुख्यमंत्री कार्यालय में ई-गवर्नेन्स की योजनाएँ और आई.सी.टी. आधारित पहल आयोजित हुई। ई-इंडिया समिट में ‘बेस्टे गवर्नमेंट टू सिटीजेन इनिशिएटिव ऑफ द यीअर अवार्ड’ भी प्रदान किया गया था। मुख्यमंत्री श्री मोदी टॅक्नोलॉजी की शक्ति में बहुत विश्वास रखते हैं लेकिन खास बात यह है, उन्होंने सरकार के कामकाज में भी आधुनिक टॅक्नोलॉजी को शामिल कर लिया है ताकि सेवा पहुँचाना आसान हो जाए। ‘स्वागत’ (टॅक्नोलॉजी के उपयोग द्वारा राज्यव्यापी शिकायतों पर ध्यान देना) नामक शिकायत निवारण पहल की शानदार सफलता श्री नरेन्द्र मोदी के लिए एक महान सीमाचिह्न साबित हुई है, जिनकी दूरदर्शिता के कारण इस पहल का निर्माण और बाद में विस्तार हो सका। २००३ में शुरू हुई ‘स्वागत’ ने गुजरात में शिकायत निवारण सेवा में क्रांतिकारी परिवर्तन किया है, जिसने राज्य के लोगों को मुख्यमंत्री सहित, राज्य के सर्वोच्च अधिकारियों के साथ सीधे संपर्क करने के लिए सक्षम किया है। सार्वजनिक सेवाओं के प्रदान में अपनी भूमिका में परिवर्तन लाने के लिए ‘स्वागत’ ने प्रतिष्ठित ‘संयुक्त राष्ट्र लोकसेवा पुरस्कार’ जीता है। हाल ही में, उसने ‘सार्वजनिक सेवाओं में सुधार’ के लिए ‘सी.एक्स.ओ.-२०११’ पुरस्कार भी जीता है। भूतकाल में इसे राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला है।गौरवपूर्ण पुरस्कारों और उपलब्धियों की सूची यहाँ समाप्त नहीं हो रही है। स्वास्थ्य से लेकर बुनियादी सुविधाओं तक, पर्यटन से पंचायती राज तक गुजरात सरकार के सारे विभाग अदभुत काम कर रहे हैं, जिसके लिए उन्हें लगातार सम्मानित किया जाता है।
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